राज्यपाल श्री कलराज मिश्र ने बुधवार को कैथून रोड़ स्थित जाखोड़ा में श्रीरामशान्ताय जैविक कृषि अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केन्द्र का अवलोकन किया। उन्होंने केन्द्र द्वारा जैविक खेती को बढ़ावा दिए जाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि बिना रसायनों के प्रयोग के जैविक खाद के माध्यम से फसलों का दुगुना और तीगुना उत्पादन प्राप्त किया जा रहा है जो प्रशंसनीय है।
श्री मिश्र ने कहा कि केन्द्र द्वारा जैविक खेती को नए आयाम दिए जा रहे हैं। लैब के माध्यम से उन कीड़ों को संरक्षित किया जा रहा है जो फसलों के लिए उपयोगी हैं। उन्होंने किसानों को जैविक खेती का प्रशिक्षण दिए जाने के प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि केन्द्र द्वारा दिया जा रहा प्रशिक्षण किसानों के लिए लाभकारी होगा।
राज्यपाल ने केन्द्र के निदेशक श्री ताराचन्द गोयल द्वारा पारम्परिक फसलों के साथ-साथ आधुनिक फसल उत्पादन के लिए किए जा रहे प्रयोगों को सराहा और कहा कि अन्य लोग भी प्रेरणा लेकर जैविक खेती को अपनाएं। श्रीरामशान्ताय जैविक कृषि अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केन्द्र के निदेशक श्री ताराचन्द गोयल ने बताया कि इस केन्द्र के माध्यम से अभी तक 13 हजार किसानों को जैविक खेती के बारे में प्रशिक्षण दिया गया है।