राज्यपाल श्री कलराज मिश्र ने कहा है कि लोगों को सूचना संपन्न करने के साथ ही उन्हें वैचारिक रूप में सुदृढ करना भी मीडिया का दायित्व है। उन्होंने संविधान की संस्कृति के बारे में नई पीढ़ी को जागरूक करने में मीडिया से योगदान करने का आह्वान किया है।
राज्यपाल श्री मिश्र शुक्रवार को दैनिक भास्कर द्वारा आयोजित ’एजूकेशन एक्सीलेंस अवार्ड 2023’ समारोह में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ प्रेस को इसीलिए कहा जाता है क्योंकि यह आम जन को संविधान प्रदत्त मौलिक अधिकारों के साथ ही कर्तव्यों के प्रति भी सजग करता है। उन्होंने कहा कि मीडिया में जो सूचनाएं या समाचार प्रकाशित-प्रसारित हो, वह तथ्यपरक हों और इस तरह से प्रस्तुत किए जाएं कि उनसे भ्रम या उत्तेजना का वातावरण नहीं बने।
राज्यपाल ने कहा कि संविधान देश को शासित करने से जुड़ा ग्रंथ भर नही है, यह भारतीय संस्कृति से जुड़े दर्शन और उदात्त परम्पराएं का संवाहक है। उन्होंने कहा कि नागरिकों में बंधुता और राष्ट्र की एकता से जुड़ा हमारा संविधान देश में आर्थिक और सामाजिक परिवर्तन का भी मार्ग प्रशस्त करता है।
इसलिए संविधान की संस्कृति को गहरे से समझे जाने की जरूरत है।
राज्यपाल श्री मिश्र ने इस अवसर पर दैनिक भास्कर समूह की ओर से शिक्षाविदों को ’एजुकेशन एक्सीलेंस अवार्ड’ और ’प्राइड ऑफ राजस्थान अवार्ड’ प्रदान किए। उन्होंने सामाजिक जागरूकता के कार्य करने के लिए समूह की सराहना भी की।
आरम्भ में राज्यपाल ने संविधान की प्रस्तावना और मूल कर्त्तव्यों का वाचन किया ।
दैनिक भास्कर समूह के नेशनल एडिटर श्री ओम गौड़ ने कार्यक्रम समापन पर आभार प्रकट किया ।
इस अवसर पर राजयोगिनी बी. के. डॉ. निर्मला दीदी, राज्यपाल के प्रमुख विशेषाधिकारी श्री गोविन्दराम जायसवाल, माउंट आबू के उपखंड अधिकारी श्री सिद्धार्थ पलानिचामी एस. सहित शिक्षाविद एवं प्रतिभाशाली छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
